दोस्तों, फंक्शन फीचर का एक अनुप्रयोग है. यह एक ऐसा उपकरण है जो कि हम लोगों के लिए कुछ काम करता है. अब यह जो उपकरण है इसको हम लोग फीचर बोलते हैं, और यह फीचर हम लोगों के लिए जो काम करके देता है उसको हम लोग फंक्शन बोलते हैं. इसीलिए मैं कह सकता हूं फीचर हम लोगों के लिए जो काम करके देता है उसको ही हम लोग फंक्शन बोलते हैं.
दोस्तों, इस ब्लॉग पोस्ट में आगे जाकर हम लोग फीचर और फंक्शन में क्या अंतर है यह बात के ऊपर चर्चा करेंगे. मैं आपको फीचर क्या है और फंक्शन भी किया है इन सभी चीजों को बारीकी से समझाने की कोशिश करूंगा वह भी सभी का उदाहरण के साथ. जिसे आप लोग को बहुत आसानी मिली इन चीजों को समझने के लिए.
दोस्तों, मैंने बहुत सारे फोरम और अलग-अलग वेबसाइट में जाकर इन विषय के ऊपर जानने की कोशिश किया है लेकिन कहीं पर भी मैं एक भी अच्छा जवाब नहीं पाया, लेकिन मैंने सभी जगह से बहुत सारे सवाल को ढूंढा जो कि वहां पर लोग एक दूसरे को कमेंट केसरी है पूछ रहा था. और किसी का एक अच्छा जवाब नहीं दिया हुआ था. तो इसीलिए मैंने इस विषय के ऊपर थोड़ा चर्चा किया और आखिर में मुझे एक संतोषजनक जवाब मिल गया. जो कि मैं आज आपके साथ शेयर करने वाला हूं, और से भी नहीं इस ब्लॉक पोस्ट में आगे जाकर आप लोग को उन सारे कमेंट ओं का जवाब भी मिलेगा जो कि मैंने दूसरे वेबसाइट से पाया हुआ है. तो इसीलिए मुझे लगता है अगर आप किस ब्लॉक पोस्ट को आखिर तक पढ़ते हो तो आपको इन विषय के बारे में एक बहुत ही अच्छा जानकारी मिलने वाला है.
फीचर क्या होता है
दोस्तों फीचर एक उपकरण है, जो कि हम लोगों के लिए कुछ काम करके देता है. अब क्योंकि यह एक उपकरण है, इसका मतलब इसका एक शारीरिक गठन होगा. और यही वह चीज है जो कि हमें कुछ काम करके देती है जिसको हम लोग फंक्शन बोलते हैं. उदाहरण के तौर पर, मान लो तुम्हारे पास एक हेडसेट है. और इस हेडसेट के अंदर एक ब्लूटूथ चिप लगा हुआ है. तो इसका मतलब अप का हेड सेट ब्लूटूथ है यह इसका एक फीचर है. ( इस उदाहरण को याद में रखना कि कि आगे जाकर हम लोग इसी उदाहरण के ऊपर और भी बातें करेंगे )
फंक्शन क्या होता है
दोस्तों फंक्शन वह काम होता है जो कि हम फीचर से करवाना चाहते हैं. या फिर अब बोल सकते हो हम लोग टीचर को इसीलिए इस्तेमाल करते हैं जो कि हम लोग को कुछ फंक्शन करके दे. तो हम लोग कुछ फंक्शन को पाने के लिए ही फीचर का इस्तेमाल करते हैं. और यह फंक्शन ही हम लोग का मेन उद्देश्य होता है. तो अब फिर से उदाहरण के तौर पर, मैंने आपको पहले बताया था कि आपके पास एक ही रेट है जिसके अंदर एक ब्लूटूथ चिप लगा हुआ है, तो इसका मतलब आप का हेडसेट वायरलेस है. और यही इसका एक फंक्शन है. जहां पर आप की भेंट सेट के अंदर एक ब्लूटूथ चिपसेट है वह इसका एक फीचर है. और क्योंकि ब्लूटूथ चिपसेट के वजह से ही आपका हेडसेट वायरलेस हो पाया है. इसीलिए आप जब बोलते हो आपके पास एक वायरलेस हेडसेट है, तब आप बोलते हो आपकी हेडसेट का एक फंक्शन है बिना तार के गाना बजाना.
मॉड्यूल क्या होता है
दोस्तों अभी तक तो हम लोगों ने समझ लिया है, फीचर एक उपकरण है जो कि हम लोग के लिए जो काम करते हैं उसको फंक्शन कहा जाता है. लेकिन फ्यूचर तो अपने आप ही यह काम नहीं करता. कोई एक दूसरा चीज भी है जो कि फीचर से फंक्शन को निकालने के लिए मदद करता है. उस चीज को ही मॉड्यूल कहा जाता है. इसका मतलब मॉड्यूल फीचर को इस्तेमाल करके हमारे लिए वह काम करके देता है, और जो काम करके देता है उसको हम लोग फंक्शन कहते हैं. इसका मतलब है मॉड्यूल फीचर से फंक्शन करवाती है.
Difference between features and functions in Hindi
अब आप जानेंगे फीचर और फंक्शन इन दोनों में अंतर क्या है. फीचर का एक शारीरिक गठन होता है जो कि हम लोग उपकरण के तौर पर इस्तेमाल करते हैं. और टीचर को इस्तेमाल करने के बाद हम लोग को उससे जो फायदा होता है, या फिर हम लोग टीचर को जिस काम के लिए इस्तेमाल करते हैं उसको फंक्शन कहा जाता है. तो इसीलिए फीचर से हम लोग को जो फायदा होता है, उसे हम फंक्शन कहते हैं.
अगर हम थोड़ा बिजनेस के तौर पर बातें करें, तब किसी सामग्री का फीचर ही वह चीज है, जो कि उस सामग्री को सबसे अलग बनाता है. एक अलग फीचर वाला सामग्री को ही लोग सादा पसंद करते हैं. लेकिन आप की सामग्री उस पिक्चर को इस्तेमाल करके क्या काम करती है वह भी बहुत मायने रखता है, और इसे ही उस सामग्री का फंक्शन कहा जाता है.
जैसे कि मैंने आपको पहले ही बताया है, फीचर का एक शारीरिक गठन होता है. इसीलिए फीचर एक NOUN है. लेकिन हम लोग फीचर से जो काम करवाते हैं उसको फंक्शन कहा जाता है. इसीलिए फंक्शन एक VERB है.
फीचर के उदाहरण
फीचर वह सारे चीज है, जो कि हम लोग के लिए कुछ काम कर देती है और जिससे हम लोग की हर दिन आसान हो जाता है. मान लो एक प्लेन के पहिए होते हैं. जिससे कि वह प्लेन सड़क पर भी चल सकता है. तो प्लेन में होने वाले पहिए प्लेन का एक फीचर है. जैसे कि मैंने आपको पहले भी बताया आपके पास एक हेडफोन है, जिसके अंदर ब्लूटूथ चिप लगाया गया है. तो आपका हेडफोन ब्लूटूथ है, यह एक फीचर है. उसी तरह आपके फोन पर फिंगरप्रिंट का सेंसर लगा हुआ है. तो आपका फोन में फिंगरप्रिंट सेंसर लगा हुआ है यह इसका एक फीचर है.
फंक्शन का उदाहरण
जैसे कि हम लोग को पता है, फीचर जिस काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है उसे ही फंक्शन कहा जाता है. तो अब मान लो, प्लेन में जो पाया लगाया जाता है वह प्लेन को हवा से उतरने के लिए लगाया जाता है. जिससे कि प्लेन सड़क पर भी चल सके. तो एक प्लेन सड़क पर भी चल सकता है यह इसका एक फंक्शन है, जो कि प्लेन पर कहिए फीचर होने की वजह से हम लोग को मिल रहा है. अब क्योंकि आपकी हेड फोन के अंदर ब्लूटूथ लगा हुआ है इसीलिए आपकी फोन की मदद से कोई भी गाने बिना तार के सुन सकते हो. जिसका मतलब आपका हेडफोन वॉयरलैस चल सकता है. और यह आपकी हेडफोन का एक फंक्शन है. अब आखरी वाला आपके पास जो फोन है उसके अंदर फिंगरप्रिंट स्केनर है, जिसके लिए आपको बायमेट्रिक सिक्योरिटी मिल रही है. और यह आपके फोन का एक फंक्शन है.
अंतिम निर्णय
मुझे उम्मीद है अगर आपने इस ब्लॉग पोस्ट को आखिर तक पढ़े होंगे तो आपको फीचर और फंक्शन के अंदर क्या अंतर है यह अच्छी तरीके से समझ में आ चुका होगा. मैंने जितना हो सके उतना बारीकी से आपको यह दोनों का अंतर समझाने की कोशिश किया है. मैंने आपको सरल सरल सा उदाहरण देकर भी इन दोनों का अंतर समझाया है. अगर फिर भी आपके मन में कुछ और सवाल या फिर सुझाव है तो आप जरूर उसको कमेंट के द्वारा हमारे पास पहुंचा सकते हो. मैं जितना जल्दी हो सके आपके कमेंट ओं का जवाब देने का कोशिश करूंगा.